कहते हैं वो..... कि भारत निर्माण हो रहा है .....
पर जरा कोई बताए मुझे कि क्या-.....
जन-मानस में व्याप्त कलुषता
प्रमाण है इस बात का कि
भारत निर्माण हो रहा है .......?
इस समाज में , हर परिमाण में
हर मन में बसी बेबसी ......
प्रमाण है इस बात का कि-
भारत निर्माण हो रहा है ....?
हर कोमल मन को
दिल से लेकर अंतःस्थल तक को
डसती गरीबी......
प्रमाण है इस बात का कि -
भारत निर्माण हो रहा है .....?
जिन रहनुमाओं को मिला ठेका
बेईमान पकड़ने का
बन न्याय के पहरेदार अन्याय से लड़ने का
उन हकीमो का बेईमान होना ही
प्रमाण है इस बात का कि-
भारत निर्माण हो रहा है ......?
चारों ओर भृष्टतंत्र का बोलबाला
अब नहीं होता मिलावट खोरों का मुह काला
लूट रहा है अवाम को
सत्ता का रखवाला .....
और गरीबों कि खातिर हर पल
सुरसा की तरह मुंह फैलाती
मंहगाई की ज्वाला
प्रमाण है इस बात का कि -
भारत निर्माण हो रहा है ........?
अरे ओ ! भोले भारत की भोली जनता
अब तो जागो इस नींद से ....
वरना सफेदपोश में बैठे
ये अन्तर्मन के काले लोग
छीन लेंगे आँखों से हर सपना ...
और दूर कर देंगे हर उम्मीद से ......
अपना घर अब हमको स्वयं बचाना होगा
जिसमे अमन के फूल खिले
जिससे खुशहाली के बीज मिलें
ऐसी फसल लगाना होगा
वरना मचता रहेगा इसी तरह ह्रास-त्रास
होता रहेगा मानवता का परिहास
और कहते रहेंगे ये दलाल ......कि-
हो रहा भारत निर्माण .......
और हर मन बेचैन हो
करता रहेगा ये सवाल कि-
नोटों के उछलते हुये बंडल .....
और संसद में मचता बवाल ही
प्रमाण है इस बात का कि -
हो रहा भारत निर्माण .........!
ये कैसा भारत निर्माण ........?
ये कैसा भारत निर्माण.........?
अंजलि पंडित ।
पर जरा कोई बताए मुझे कि क्या-.....
जन-मानस में व्याप्त कलुषता
प्रमाण है इस बात का कि
भारत निर्माण हो रहा है .......?
इस समाज में , हर परिमाण में
हर मन में बसी बेबसी ......
प्रमाण है इस बात का कि-
भारत निर्माण हो रहा है ....?
हर कोमल मन को
दिल से लेकर अंतःस्थल तक को
डसती गरीबी......
प्रमाण है इस बात का कि -
भारत निर्माण हो रहा है .....?
जिन रहनुमाओं को मिला ठेका
बेईमान पकड़ने का
बन न्याय के पहरेदार अन्याय से लड़ने का
उन हकीमो का बेईमान होना ही
प्रमाण है इस बात का कि-
भारत निर्माण हो रहा है ......?
चारों ओर भृष्टतंत्र का बोलबाला
अब नहीं होता मिलावट खोरों का मुह काला
लूट रहा है अवाम को
सत्ता का रखवाला .....
और गरीबों कि खातिर हर पल
सुरसा की तरह मुंह फैलाती
मंहगाई की ज्वाला
प्रमाण है इस बात का कि -
भारत निर्माण हो रहा है ........?
अरे ओ ! भोले भारत की भोली जनता
अब तो जागो इस नींद से ....
वरना सफेदपोश में बैठे
ये अन्तर्मन के काले लोग
छीन लेंगे आँखों से हर सपना ...
और दूर कर देंगे हर उम्मीद से ......
अपना घर अब हमको स्वयं बचाना होगा
जिसमे अमन के फूल खिले
जिससे खुशहाली के बीज मिलें
ऐसी फसल लगाना होगा
वरना मचता रहेगा इसी तरह ह्रास-त्रास
होता रहेगा मानवता का परिहास
और कहते रहेंगे ये दलाल ......कि-
हो रहा भारत निर्माण .......
और हर मन बेचैन हो
करता रहेगा ये सवाल कि-
नोटों के उछलते हुये बंडल .....
और संसद में मचता बवाल ही
प्रमाण है इस बात का कि -
हो रहा भारत निर्माण .........!
ये कैसा भारत निर्माण ........?
ये कैसा भारत निर्माण.........?
अंजलि पंडित ।