Wednesday 5 December 2012

संस्कृति अनमोल धरोहर भारत की है


संस्कृति अनमोल धरोहर भारत की है

इसे बचाओ भारतवासी

अब जगती की पुकार यही है

जग सिरमौर इसे बनाने का

कारण है इसकी संस्कृति

फिर क्यों कुसंस्कारों से

होती जाती यह तिरष्कृत

क्या आप सभी को एक विदेशी मुद्रा भाई है

नहीं तो फिर क्यों पाश्चात्य की आंधी चलाई है

उन्नति नहीं अवनति होगी

अपनी अमूल्य संस्कृति पतन होगी

जाग जाग हे !  भारत नव पीढ़ी

इसकी रक्षा तुझको करनी होगी

सोंच के क्यों घबराते हो कि

क्या कर लोगे एक अकेले तुम

नहीं नहीं सब साथ तुम्हारे

आगे चलकर तो देखो तुम

आगे चलकर देखा गांधी ने

जग नाचा उनकी उंगली में

अब आज तुम्हारी बारी है

भारत माता  ने दे करू क्रंदन

आवाज पुकारी है .....

तुम युगदृष्टा, युग्सृष्टा, युगपुरुष

युग जागरण के दूत तुम्ही हो

उठो वीर कहीं जगने में देर हो

सिंचित करो धारा संस्कृति से

इसका कभी पन न हो ।

No comments:

Post a Comment