जन्मी तो थी मैं पंख लिए
पर उड़ने के लिए आसमां नहीं मिला
मिल सकें जहां निश्छल खुशियाँ
ऐसा जहाँ नहीं मिला ……
हर छोटी- छोटी खुशी की भी
कीमत पड़ी चुकानी बहुत बड़ी
जो समझे मेरी अनमोल कहानी
ऐसा जग में कोई नहीं मिला
चुप-चुप,पल-पल, हर क्षण, जीवन भर
रहा इंतज़ार
बस एक सुनहरे पल का
बीत गया सारा
जीवन ....
रीत गया मेरा
आंचल.....
पर वो प्रीत
भरा पल नहीं मिला .....
जन्मी तो थी मैं पंख लिए
पर उड़ने के लिए आसमां नहीं मिला
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